अहमदाबाद, सितंबर 29 -- गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत अहमदाबाद में अडानी फाउंडेशन द्वारा संचालित अडानी विद्यामंदिर में आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को विशेष तौर पर उपस्थित रहे और विद्यार्थियों से संवाद किया।

श्री देवव्रत ने संवाद के दौरान कहा कि जो बच्चे छोटी उम्र से ही परिश्रम करते हैं, वह निश्चित रूप से जीवन में सफल होते हैं। ऐसे अनेक महापुरुषों के उदाहरण हैं जिन्हें आज केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया याद करती है। उन्होंने विद्यार्थियों को उदाहरण देते हुए कहा कि डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जीवन, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विद्यार्थीकाल और बचपन कठिन परिश्रम के साथ मेहनत से भरा रहा। इन्हीं प्रयासों के कारण वह महान व्यक्तित्व बने।

राज्यपाल ने कहा कि आज श्री मोदी ने दुनिया के कई देशों का सम्मान अर्जित कर भारत का गौरव बढ़ाया है। यह उनकी मेहनत और परिश्रम का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यदि किसी कार्य के प्रति भय, लज्जा या शंका उत्पन्न हो तो वह कार्य नहीं करना चाहिए। जीवन में गलती नहीं करनी चाहिए, लेकिन यदि गलती हो जाए तो उसे छिपाने के बजाय अपने माता-पिता, गुरु या घर के बुजुर्गों को बताना चाहिए।

इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को जंकफूड से दूर रहने, घर का सात्विक भोजन करने और नशे से दूर रहने की अपील की। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को गुरुकुल की शिक्षा परंपरा से भी अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अडानी फाउंडेशन द्वारा संचालित अडानी विद्यामंदिर के पूरे कैंपस का भी अवलोकन किया।

इस कार्यक्रम में अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अडानी, अडानी फाउंडेशन एवं अडानी स्किल डेवलपमेंट सेंटर के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर वसंत गढ़वी, अडानी फाउंडेशन की ट्रस्टी शिलिन अडानी, अडानी विद्यामंदिर की प्रिंसिपल डॉ. शिल्पा इंदौरिया सहित अडानी फाउंडेशन के पदाधिकारी, अतिथि, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

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