नयी दिल्ली, सितंबर 30 -- चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में अप्रैल के अगस्त तक केंद्र का राजकोषीय घाटा बजट अनुमान के 38.12 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि अप्रैल के अगस्त के दौरान कुल प्राप्तियां 12,82,709 करोड़ रुपये (बजट अनुमान का 36.7 प्रतिशत) रहीं जबकि कुल व्यय 18,80,862 करोड़ रुपये रहा जो बजट अनुमान का 37.1 प्रतिशत है। इस प्रकार राजकोषीय घाटा 5,98,153 करोड़ रुपये रहा। यह बजट अनुमान का 38.12 प्रतिशत है।जुलाई तक यह बजट अनुमान के 29.85 प्रतिशत पर था।
कुल प्राप्तियों में कुल कर राजस्व (केंद्र का हिस्सा) 8,10,407 करोड़ रुपये और गैर-कर राजस्व 4,40,332 करोड़ रुपये रहा। गैर-कर पूंजी राजस्व 31,970 करोड़ रुपये रहा।
कुल व्यय में 14,49,283 करोड़ रुपया राजस्व खाते पर खर्च किया गया और 4,31,579 करोड़ रुपये पूंजी खाते पर खर्च किया गया। राजस्व खाते पर किये गये खर्च में 5,28,668 करोड़ रुपये ब्याज के भुगतान के मद में और 1,50,377 करोड़ रुपये प्रमुख सब्सिडियों के मद में खर्च हुये।
मंत्रालय ने बताया कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में करों में उनके हिस्से के तौर पर राज्यों को 5,30,148 करोड़ रुपये हस्तांतरित किये हैं। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 74,431 करोड़ रुपये अधिक है।
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