बैतूल , अक्टूबर 12 -- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर रविवार को बैतूल में भव्य पथ संचलन का आयोजन किया गया। जिले की नौ बस्तियों से हजारों स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में निर्धारित मार्गों से होते हुए एसपी ऑफिस के पास संगम स्थल पर एकत्र हुए, जहां उन्होंने अनुशासन और एकता का परिचय देते हुए 'भारत माता की जय' की मानव आकृति बनाकर राष्ट्र एकता का सशक्त संदेश दिया।
लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में संघ के प्रांतीय अधिकारी डॉ. पुरुषोत्तम शर्मा (भोपाल, मध्य भारत प्रांत) मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि बैतूल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है। अकबर के शासनकाल में अखंड भारत के मानचित्र का केंद्र बिंदु बरसाली (बैतूल) को माना गया था।
डॉ. शर्मा ने कहा कि यह भूमि संगठन और राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत रही है। उन्होंने बताया कि संघ के सरसंघचालक भी कभी बैतूल जेल में रहे थे। उन्होंने स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि वे संगठन के आदर्शों पर चलकर समाज में एकता और समरसता का संदेश फैलाएं। कार्यक्रम में हेमचंद 'बबलू' दुबे, संजय घिड़ोडे और बुधपाल काकड़िया विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
पथ संचलन के दौरान शहरभर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। एडिशनल एसपी कमला जोशी, एसडीओपी सुनील लाटा, कोतवाली टीआई सत्यप्रकाश सक्सेना, गंज टीआई नीरज पाल और ट्रैफिक इंचार्ज गजेंद्र केन पुलिस बल के साथ मुस्तैद रहे। ग्रामीण अंचलों में भी संघ के पथ संचलन कार्यक्रमों ने राष्ट्रभक्ति और अनुशासन का वातावरण निर्मित किया।
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