पीवी काणे भारत रत्न विद्वान, अक्टूबर 20 -- Bhai Dooj 2025 Kab hai: कार्तिक शुक्ल द्वितीया को एक सुंदर उत्सव होता है, जिसका नाम है भ्रातृ‌ द्वितीया या यम द्वितीया। भविष्य पुराण में आया है कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना ने यम को अपने घर पर भोजन के लिए निमंत्रित किया, इसी से इसे संसार में यम द्वितीया के नाम से घोषित किया गया। समझदार लोगों को इस दिन अपने घर में मध्याह्न का भोजन नहीं करना चाहिए। उन्हें अपनी बहन के घर में स्नेहवश खाना चाहिए। ऐसा करने से कल्याण और समृद्धि प्राप्त होती है। बहनों को भेंट दी जानी चाहिए। सभी बहनों को स्वर्णाभूषण, वस्त्र, आदर-सत्कार एवं भोजन देना चाहिए। यदि बहन न हो, तो अपने चाचा या मौसी की पुत्री या मित्र की बहन को बहन मानकर ऐसा करना चाहिए। भ्रातृ द्वितीया का उत्सव एक स्वतंत्र कृत्य है, लेकिन यह दीवाली के तीन दिनों...