नई दिल्ली, जुलाई 31 -- Surya Grahan 2025: सूर्य ग्रहण का बहुत अधिक ज्योतिषीय व वैज्ञानिक महत्व होता है। जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है तो सूर्य ग्रहण की स्थिति होती है। ग्रहण का देश-दुनिया पर शुभ व अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है। शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण की घटना शुभ नहीं होती है। सूर्य ग्रहण एक नहीं बल्कि तीन प्रकार के होते हैं। पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण। पूर्ण सूर्यग्रहण हर 100 साल में केवल एक बार लगता है। पूर्ण सूर्यग्रहण की स्थिति में पृथ्वी का एक भाग में पूरी तरह से अंधेरा हो जाता है। इस समय चंद्रमा, पृथ्वी के सबसे निकट आ जाता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। वहीं आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा की परछाई पूरे हिस्से को नहीं ढकती ह...
		
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