नई दिल्ली, सितम्बर 16 -- हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल पितृपक्ष का समापन सर्वपितृ अमावस्या पर होता है। इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है।यह दिन पितृपक्ष का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस साल इस दिन 2025 का आखिरी सूर्य ग्रहणहोगा। सर्वपितृ अमावस्या को लोग अपने पितरों को याद कर श्राद्ध, तर्पण और दान करते हैं। इस दिन आंशिक सूर्य ग्रहण न्यूज़ीलैंड, अंटार्कटिका और दक्षिण प्रशांत क्षेत्र से दिखाई देगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं है। सूर्य ग्रहण की भारत में मान्यता नहीं होगी। भारतीय मानक समय आईएसटी के अनुसार यह ग्रहण रात 23:00 से शुरू होकर 22 सितंबर को सुबह 3:24 तक रहेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत छोड़कर दुनिया के कई हिस्सों दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया, पेसिफिक, अटलांटिक और अंटार्कटिक महासागर, फिजी, अमेरिकन समोआ, न्यूजीलैंड आदि में दिखाई दे...