नई दिल्ली, सितम्बर 4 -- Pitru paksha Shradh Time: पितृ पक्ष का हिंदू धर्म में खास महत्व है। पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल पितृ पक्ष भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन माह की अमावस्या तक चलते हैं। इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म, तर्पण व पिंडदान किया जाता है। मान्यता है कि पितृ पक्ष में पितरों को जल अर्पित करने, पिंडदान व श्राद्ध करने से उनकी आत्मा तृप्त होती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। पितरों का श्राद्ध करने के लिए कुछ मुहूर्त अत्यंत उत्तम माने गए हैं। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष में श्राद्ध कभी भी शाम को नहीं करना चाहिए। जानें पितृ पक्ष में पितरों के श्राद्ध करने का सही समय व श्राद्ध की तिथियां। पितृ पक्ष कब से हो रहे हैं प्रारंभ: इस साल पितृ पक्ष 07 सितंब...