प्रयागराज, दिसम्बर 16 -- अब लिखने के लिए कागज या की-बोर्ड की जरूरत नहीं होगी। बस हवा में अपनी अंगुली या पेन से अक्षर बनाइए और वे सीधे कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देंगे। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) के वैज्ञानिकों ने विकसित की है यह अद्भुत 'एयर-राइटिंग' तकनीक। यह मूक-बधिर, दृष्टिबाधित और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए भी बेहद उपयोगी साबित होगी। ट्रिपलआईटी के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. मोहम्मद जावेद और शोध छात्र अपूर्वा चक्रवर्ती द्वारा विकसित यह तकनीक सेंसर, कंप्यूटर विजन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) युक्त डीप लर्निंग पर आधारित है। इसमें अंगुली की हलचल को पहचान कर उसे डिजिटल टेक्स्ट में बदल दिया जाता है। इससे संबंधित इनका शोध पत्र यूरोप के एक प्रतिष्ठित जर्नल में प्रकाशित हुआ है। अब इसके पेटेंट की भी तैयारी की जा...