नई दिल्ली, अक्टूबर 21 -- Govardhan Puja 2025: गोवर्धन पूजा दिवाली के बाद होती है। इसे प्रकृति और गाय की पूजा के रूप में किया जाता है। ये त्योहार ब्रज (मथुरा, वृंदावन), गुजरात और राजस्थान में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा होती है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर इंद्रदेव के अहंकार को दूर किया था। इसे अन्नकूट भी कहते हैं क्योंकि इस दिन 56 प्रकार के व्यंजन जैसे दाल, चावल, मिठाई, फल, सब्ज़ी आदि भगवान को भोग में चढ़ाए जाते हैं। गोवर्धन पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होती है। इस साल अमावस्या तिथि 21 अक्टूबर को शाम को समाप्त हो रही है। उदायतिथि के अनुसार गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर को ही है। गोवर्धन पूजा की तिथि और समय: तिथि शुरू: 21 अक्टूबर, शाम 5:54 बजे तिथि खत...