मोतिहारी, सितम्बर 4 -- दुर्घटनाग्रस्त बस स्टैंड से खुलने के बाद कही नहीं रोकी गई। यात्रियों को खाना नाश्ता तक का समय नहीं दिया गया। बस यात्रियों ने बताया कि शौच करने के लिए भी बस चालक एवं उसके अन्य स्टाफ से विनती किया जाता था कुछ देर के लिए रोका जाता था। खाना नाश्ता के लिए तो कही बस को रोका ही नहीं गया। राजस्थान के जयपुर से मंगलवार की सुबह 11 बजे के करीब बस खुला। रास्ते में कही नहीं रोका गया। गोपालगंज में समान उतारने के लिए बस एनएच पर ही खड़ी कर समान उतारा गया। आगे बढ़ने के बाद कोटवा में एक बजे के करीब बस पलट गई। जमीन सर्वे कराने जा रहे थे घर वहीं दिलीप यादव ने बताया कि वह परिवार के साथ घर आ रहा था। बिहार में चल रहे जमीन सर्वे के काम के लिए वह जा रहा था। कहा कि 11 बजे दिन में जयपुर से बस खुली थी। हादसे में उसका पुत्र आशिक कुमार काफी जख्मी...