बांका, सितम्बर 13 -- बांका, निज संवाददाता। बांका के बरसाती नदियों में डूबने से हरेक साल काफी संख्या में बच्चे और बुजुर्ग लोगों की मौत हो जाती है।ज्यादातर डूबने से होने वाली मौत की घटनाएं नदियों में पानी का स्तर बढ़ने के बाद या फिर दुर्गा पूजा,जितिया और कर्मा धर्मा,छठ जैसे लोक पर्व के दौरान तब होती है,जब बच्चे अपने समूह के संग पारंपरिक विधि विधान को लेकर नदी या तालाब में नहाने जाते हैं और पानी के गहराई का अंदाजा नहीं लगने पर तैराकी के कौशल के आभाव में डूबने से उनकी असामयिक मृत्यु हो जाती है। केवल इस साल अबतक जिले भर के विभिन्न प्रखंडों में अलग अलग आयु वर्ग के कुल 23 बच्चों की मौत हो गई है।हालांकि इनमें से 19 मौतों के आवेदन पर आपदा विभाग ने उनके परिवार को मुआवजे के रूप में चार चार लाख रुपया बैंक खाते में भेज दिया है,साथ ही साल दर साल बढ़ते ...