गोरखपुर, सितम्बर 14 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। निर्माण और सृजन के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती 17 सितंबर बुधवार को पूरे धूमधाम से मनाई जाएगी। विभिन्न संस्थानों और कल-कारखानों में भगवान की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि अगले दिन आस्था के साथ प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। गोरखनाथ मंदिर संस्कृत विद्यापीठ के डॉ. प्रांगेश कुमार मिश्र ने कहा कि आदिकाल से भगवान विश्वकर्मा शिल्प और विज्ञान में पारंगत हैं। इंद्रपुरी, यमपुरी, पांडवपुरी, पुष्पक विमान, देवताओं के अस्त्र-शस्त्र और दैनिक उपयोग की वस्तुएं इन्हीं द्वारा रचित हैं। धर्मग्रंथों में इनके पांच स्वरूपों और अवतारों का विवरण मिलता है।

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