एटा, सितम्बर 2 -- दुष्कर्म के झूठे मामले में न्यायालय में चली लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार पीड़ितों को 11 साल बाद न्याय मिला है। न्यायालय ने फैसला सुनाते हुए दुष्कर्म के मामले में चार आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया है। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी राजा का रामपुर, विवेचक देवेंद्र शंकर पांडेय के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। न्यायालय ने एसएसपी को पत्र जारी करते हुए तीन माह के अंदर विवेचक, थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय जांच प्रारंभ कर न्यायालय को अवगत कराने के आदेश दिए हैं। मामला वर्ष 2014 का है। थाना राजा का रामपुर में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसमें चार आरोपियों पर दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामले में वीरभान सिंह पुत्र रामौतार, कश्मीर सिंह पुत्र गजाधर सिंह, जगजीत सिंह पुत्र बैकुंठी सिंह, भानु प्रताप पुत्र सुखवीर सिं...