लखनऊ, अगस्त 25 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता अंजुमन गुंचाए मजलुमिया की तीन दिवसीय सालाना शब्बेदारी का आगाज इमामबाड़ा अबुतालिब हसन पुरिया में हुआ। शब्बेदारी की मजलिस को मौलाना गुलाम हुसैन सदफ जौनपुरी ने खिताब किया। उन्होंने कहा कि फर्शे अजा हमारे लिए अल्लाह की तरफ से नेमत है। जहां हमें इंसानियत का पैगाम मिलता है। मजलिस के बाद अंजुमन हुसैनिया कदीम, गरीबुल अजा, मोहिब्बाने हुसैन, नय्यर उल इस्लाम,रजाए हुसैन और तस्वीरुल अजा ने अंजुमन की तरहा शब्बीर का गम सबके मुकद्दर में नहीं है पर अपने सलाम पेश किये। जिसे सुनकर लोगों ने खूब दाद दी। वहीं अंजुमनों द्वारा पढ़े गये नौहों को सुनकर कर्बला के शहीदों की याद में आंसू बहाये। अंजुमन के सचिव इमरान अखतर ने बताया कि मंगलवार की मजलिस को मौलाना यासूब अब्बास रात 9 बजे खिताब करेंगे।

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