गुमला, जुलाई 7 -- जारी, प्रतिनिधि। जारी ब्लॉक के भीखमपुर गांव के बुजुर्ग दंपति गुलरिया लकड़ा और उसकी पत्नी फ्लोरेंस लकड़ा पिछले तीन साल से गौशाला में मवेशियों संग रहने को विवश हैं। तीन साल पहले 2022 में जंगली हाथियों ने इस दंपति आशियाना उजाड़ दिया। वन विभाग से महज 11 हजार रुपये की क्षतिपूर्ति मिली,जिससे उन्होंने अनाज और जरूरी सामान खरीदे,लेकिन घर के मरम्मत के लिए कोई सहायता नहीं मिली। गुलरिया का न कोई संतान है, न कोई करीबी रिश्तेदार। बेघर होने के बाद वे दर-दर की ठोकरें खाते रहे। कभी दूसरों के घरों में शरण ली,तो कभी निकाले जाने के बाद गौशाला में मवेशियों संग रात बिताने को मजबूर हुए। आज वे डुमरी के चार्लेश टोप्पो के गोहार घर में बैल-बकरी के साथ रहते हैं। टपकती छत,कीचड़ और टूटी दीवारों के बीच यह बुजुर्ग दंपति दिन काट रहा है।गुलरिया दिनभर दूस...