अलीगढ़, दिसम्बर 27 -- अलीगढ़, संवाददाता। लक्ष्मीबाई मार्ग पर सौभाग्य मंडप में बालाजी सेवा समिति के बैनर तले चल रही पांच दिवसीय भक्तमाल कथा के तीसरे दिन हरिराम व्यास व अन्य संतों की कथा का वर्णन किया गया। इन कथाओं को सुनकर श्रोता भावुक हो गए। कथा वाचक जय कृष्ण सनेह महाराज ने कहा कि हरिराम व्यास 16वीं सदी ओरछा के एक महान भक्त, कवि और राघावल्लभीय संप्रदाय के प्रमुख संत थे। उन्होंने राधा-कृष्ण की नित्यलीला और रसोपासना का वर्णन अपनी वाणी और रचनाओं में किया। उन्होंने हितहरिवंश से दीक्षा ली और वृंदावन में राधा-कृष्ण की सेवा में जीवन बिताया। उनकी कथा भक्ति, विरक्ति और आध्यात्मिक गहराई से भरी है। इसमें कृष्ण की बांसुरी और राधा-कृष्ण की लीलाओं का मार्मिक वर्णन मिलता है। उनकी प्रौढ़तम रचना व्यास वाणी है। इसमें भक्ति और साहित्यिक की गरिमा है। इसके अत...