प्रयागराज, सितम्बर 20 -- मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में आयोजित तीन दिनी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन शनिवार को हुआ। अंतिम दिन तीन विशेषज्ञों ने नवीनतम तकनीक पर अपने विचार रखे। एचसीएलटेक के एआई डिवीजन के प्रैक्टिस हेड मेहुल अग्रवाल ने डिप्लोयबल एआई विषय पर जानकारी दी। कतर यूनिवर्सिटी के प्रो. पीएन सुगन्थन ने 'रैंडमाइजेशन बेस्ड डीप एंड शैलो लर्निंग मैथड्स फार क्लासिफिकेशन एंड फोरकास्टिंग विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग की नई तकनीक आज केवल शोध प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं रह गई हैं, बल्कि आम जीवन में भी तेजी से उपयोग हो रही हैं। उन्होंने समझाया कि वर्गीकरण का अर्थ है चीजों को पहचानना और उन्हें अलग-अलग समूहों में बांटना। जैसे किसी फोटो में इंसान और जानवर की पहचान करना या किस...