नई दिल्ली, अगस्त 15 -- भारतीय शेयर मार्केट ने पिछले साल कई चुनौतियों का सामना किया। कंपनियों के मुनाफे में कमजोरी, शेयरों के महंगे हो चुके दाम, वैश्विक राजनीतिक उठापटक, विदेशी पूंजी की निकासी और ट्रम्प के आयात शुल्कों ने मार्केट पर दबाव बनाए रखा। पिछले स्वतंत्रता दिवस से अब तक, निफ्टी 50 में महज 0.40% की बढ़त हुई, जबकि निफ्टी 500 इंडेक्स 1.6% नीचे आया।गहरी गिरावट झेलने वाले शेयर कई कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को झटका दिया। अकम्स ड्रग्स, तेजस नेटवर्क्स, स्टर्लिंग एंड विल्सन, वोडाफोन आइडिया और ओला इलेक्ट्रिक जैसे शेयरों में पिछले एक साल में 50% से 60% तक की भारी गिरावट दर्ज की गई।मंदी में भी चमके 200 से अधिक शेयर हालांकि, इन चुनौतियों और मार्केट की मंदी के बावजूद, कुछ अच्छी खबरें भी रहीं। निफ्टी 500 में शामिल 200 से ज्यादा कंपनियों के शे...