बहराइच, दिसम्बर 27 -- बहराइच, संवाददाता। सहायक महानिरीक्षक निबन्धन बहराइच शीलभद्र चन्द्रा ने बताया कि भारत सरकार के इज ऑफ लिविंग प्रोग्राम तथा डिजिटल इण्डिया इनिशिएटिव प्रोग्राम के अन्तर्गत वर्ष 2002 से 2017 तक पंजीकृत समस्त लेखपत्रों की स्कैनिंग एण्ड डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण हो गया है। इसके अन्तर्गत कार्यालय उप निबन्धक महसी, कैसरगंज, नानपारा व सदर बहराइच के कुल 685781 लेखपत्रों का डिजिटाइजेशन किया गया है। द्वितीय चरण में वर्ष 1990 से 2001 तक के पंजीकृत लेखपत्रों की स्कैनिंग व डिजिटाइजेशन कार्य कराया जाना प्रक्रियाधीन। उप निबन्धक कार्यालयों में उपस्थित पक्षकारों के पैन का ऑनलाइन सत्यापन के बाद विलेखों के पंजीकरण की प्रक्रिया आरम्भ है। इस व्यवस्था से जाली फर्जी पंजीकरण में प्रभावी रोक लगी है। सम्पत्तिओं के क्रय विक्रय में जिओ टैग फोटोग्र...