वाराणसी, अगस्त 27 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। हरतालिका तीज पर मंगलवार को जगतजननी मां कूष्मांडा की आभा सोलह शृंगार में दमक उठी। संध्याकाल में संगीत समारोह की अंतिम निशा में त्रिदेव मंदिर सेवक परिवार के साथ तीन दर्जन कलाकारों ने मां के चरणों में अपनी कला समर्पित की। वार्षिक शृंगार के अंतिम दिन शाम 4:30 बजे शृंगार के लिए मन्दिर का कपाट बंद किया गया। पं. कौशलपति द्विवेदी, पं. संजय दुबे ने मां को पंचामृत स्नान कराने के बाद बनारसी लाल साड़ी और लाल चुनरी से सुसज्जित कर कोलकाता से मंगाए गए गुलमेहंदी और गुलाब के फूलों से को सजाया। मांगटीका, नथिया, स्वर्ण मुकुट और विशेष फाटा हार के साथ स्वर्ण रजत युक्त मोती की लड़ियों से दिव्य शृंगार किया गया। विराट आरती रात 8 बजे पं. किशन दुबे ने उतारी। रात 8:30 बजे आरती के उपरान्त त्रिदेव मंदिर सेवक परिवार ने भजन...