हापुड़, अक्टूबर 4 -- एक ओर जहां शासन ने 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा चलाकर सफाई और स्वच्छता के प्रति जनजागरण का संदेश देने का प्रयास किया, वहीं दूसरी ओर तहसील और ब्लॉक कार्यालयों की हालत खुद उपेक्षा की शिकार बनी हुई है। अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यालयों के बाहर गंदगी, कचरे के ढेर और बदबू फैलाने वाले नालों का नजारा साफ दिखता है। सेवा पखवाड़े के दौरान जनप्रतिनिधियों के साथ साथ अधिकारी और कर्मचारी गांवों तथा कस्बों में हाथों में झाड़ू लेकर फोटो खिंचवाते और प्रचार करते नजर आए, लेकिन अपने कार्यालय परिसरों की सफाई की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। तहसील परिसर में जमी धूल, इधर-उधर फैले पॉलिथीन, और ब्लॉक परिसर में जमे कचरे से यह साफ झलकता है कि सफाई अभियान केवल औपचारिकता बनकर रह गया। स्थानीय लोगों और कार्यालय में आने वाले ग्रामीणों ने...