सोनभद्र, सितम्बर 7 -- सोनभद्र, संवाददाता। चंद्र ग्रहण से पहले जिले के सभी प्रमुख मंदिरों में दोपहर 12.57 बजे से पहले विधिवत पूजन-आरती के बाद कपाट बंद कर दिए गए। रात 9.57 बजे से लगने वाले चंद्र ग्रहण के कारण सूतक काल नौ घंटे पहले से शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने सूतक काल शुरू होने से पहले ही पूजन-पाठ और भोजन कर लिया। हिंदू धर्म में सूतक काल को अशुद्ध माना जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ या धार्मिक कार्य नहीं किए जाते हैं। जिले के प्रमुख मंदिरों में रामजानकी संकट मोचन मंदरि, शीतला मंदिर, वीरेश्वर महादेव मंदिर, सोमनाथ मंदिर, बरैला महादेव मंदिर आदि में सूतक काल से पहले आरती की गई। इन सभी मंदिरों में पूजन-अर्चन करने के साथ-साथ ही कपाट भी बंद कर दिए गए हैं। ग्रहण के दौरान लोग अपने घरों में भगवान का स्मरण किया। कई लोग राम नाम का जाप भी करेंगे। सभी मं...