गंगापार, जून 12 -- बारा, हिन्दुस्तान संवाद। शासन की ओर से अमृत सरोवरों से जीवनदायिनी जलधारा बहाने के लिए ग्राम पंचायतों का लाखों रुपए पानी की तरह बहा दिया है किन्तु अब वहां दरारें हैं, धूल है और तड़पती प्यास है। ग्राम पंचायत मवैया पहलवान ,नीबी, सेहुड़ा, चिल्ला गौहानी, नगर पंचायत शंकरगढ़ सहित लगभग सभी सरोवरों का यही हाल है। सरोवर पूरी तरह से सूखा पड़ा है। न कोई जलसंचयन की व्यवस्था है और न ही कोई स्थायी समाधान। करोड़ों की लागत से बनाए गए इन सरोवरों की सच्चाई अब खुद बोल रही है।

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