प्रयागराज, मई 28 -- झूंसी। वैश्विक हिंदी महासभा एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से रामकथा के प्रख्यात कथावाचक सुलभ अग्निहोत्री की स्मृति में बुधवार को कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी सुयश अग्निहोत्री के आवास पर संस्थाध्यक्ष साहित्यकार डॉ विजयानन्द की अध्यक्षता में हुई। मुख्य अतिथि डॉ. वीरेंद्र तिवारी तथा विशेष अतिथि व्रतशील शर्मा रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ पुष्कर प्रधान की सरस्वती वंदना से हुआ। सुयश अग्निहोत्री ने बताया कि उनके अग्रज स्व. सुलभ अग्निहोत्री ने रामकथा पर पांच खंडों में विस्तृत उपन्यास लिखा है, उनके कई काव्य संग्रह भी प्रकाशित हो चुके हैं। कोरोना में उनका निधन हो गया था। डॉ. विजयानन्द ने कहा कि मैंने सुलभ अग्निहोत्री के उपन्यासों को पढ़ा है, उन्होंने वाल्मीकि रामायण को आधार बनाकर रामकथा को नया आयाम दिया है। कई कथानक उ...