सुपौल, दिसम्बर 25 -- सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता। घरों से उठने वाला कचरा सांसों में जहर भर रहा है। कचरे का उठाव तो होता है पर जिले के किसी भी नगर निकायों में इसके निष्पादन की व्यवस्था नहीं होने से समस्या गंभीर है। सुपौल नगर परिषद क्षेत्र में रोज औसतन 28 से 30 टन कचरा का उठाव कर बीणा रोड में इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित डंपिंग सेंटर पर डंप कर दिया जाता है। बीते तीन साल से अधिक समय से कचरे का निष्पादन नहीं होने से वहां तीन लाख टन से अधिक कूड़े का पहाड़ बन गया है। इससे आसपास के झखराही, खूटी टोला, आदर्श नगर के 15 हजार से अधिक लोगों का सांस लेना मुहाल हो गया है। आदर्श नगर निवासी सोनू कुमार ने बताया कि कचरा सूखने के साथ धूल उड़ती रहती है। ऐसे में कचरा डंपिंग सेंटर के पास से गुजरते समय धूल के गुबार और दुर्गंध के कारण सांस लेने में भी परेशानी होती है। ड...
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