सिद्धार्थ, अगस्त 15 -- बांसी। रतन सेन डिग्री कॉलेज बांसी में गुरुवार को विभाजन विभीषका स्मृति का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय सेवा योजना की पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ.सुनीता त्रिपाठी ने छात्रों को बताया कि 14 अगस्त 1947 भारतीय इतिहास में मात्र एक तारीख नहीं एक त्रासदी थी, जिसमें देश का बंटवारा सिर्फ जमीन का नहीं हुआ था बल्कि दिलों का भी विभाजन था। उन्होंने बताया कि लाखों लोगों ने अपने घर, अपनी पहचान खो दी थी। यह दिवस सुनिश्चित करता है कि भावी पीढ़ियां लोगों द्वारा सहे गए दर्द और पीड़ा को याद रखें क्योंकि स्वतंत्र भारत की उत्पत्ति हिंसक विभाजन से हुई थी। कार्यक्रम में डॉ.रंजीता शुक्ला, सपना त्रिपाठी, डॉ.कंचन यति, सुष्मिता श्रीवास्तव, डॉ.सूर्यकांत त्रिपाठी, प्रवेश दुबे आदि मौजूद रहे।

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