एटा, अगस्त 27 -- राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में उन्मुखीकरण कार्यशाला हुई। कार्यशाला में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को तंबाकू नियंत्रण कानूनों की जानकारी। उसके प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर प्रशिक्षित किया गया। एडीएम प्रशासन सत्यप्रकाश ने कहा कि सप्ताह में एक बार अपने कार्यालय में प्रवर्तन दल निरीक्षण कर उल्लघनकर्ताओं से अर्थदण्ड वसूलें। उसकी रिर्पोट मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रेषित करें। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राममोहन तिवारी ने बताया कि तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट जैसी वस्तुएं टीबी, कैंसर और हृदय रोग जैसी 40 से अधिक गंभीर बीमारियों का कारण बनती है। एक सिगरेट में 4000 हजार से ज्यादा विषैले तत्व मिलाएं जाते है। इसकी वजह से व्यक्ति इसको छोड़ने में असमर्थ हो जाता है। हर छह सेकेंड में तंबाकू...