बगहा, सितम्बर 1 -- हरनाटाड़। वीटीआर के वनक्षेत्रों में बेहतर हैबिटेट व माहौल मिलने के कारण बाघों की संख्या बढ़ रही है। दूसरी ओर उनके लिए अधिवास क्षेत्र कम पड़ रहे हैं। अतिक्रमण के कारण जंगल सिकुड़ रहाहै। टीआर प्रशासन की आंकड़ों पर नजर डालें तो पांच साल में आध दर्जन से अधिक बाघों का मौत का आपसी भिड़ंत होने का दर्शाया गया है। दूसरे नर बाघ के द्वारा एरिया में दखलअंदाजी करने के कारण ही दो बाघों में आपसी भिड़त होता है। बाघों के अधिवास क्षेत्र सिकुड़ने की घटनाओं को देख वीटीआर प्रशासन गंभीर हो वनभूमि को अतिक्रमण मुक्त कर पौधारोपण कर जंगल को बढ़ा बाघों समेत अन्य जानवरों के लिए अधिवास क्षेत्र को बढ़ाने में जूट गई है। ताकी बाघों समेत अन्य जानवरों की आपसी भिड़त में हो रही मौत की घटनाओं रूक सके।

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