औरंगाबाद, जून 2 -- दाउदनगर अनुमंडल क्षेत्र में खरीफ फसल की खेती की तैयारियां जोरों पर हैं लेकिन सोन नहर में पानी अब तक नहीं आया है। सिंचाई की इस अनिश्चितता ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है क्योंकि धान की बुआई का समय नजदीक आ चुका है। दाउदनगर थाना क्षेत्र से होकर सोन नहर की दो प्रमुख शाखाएं माली लाइन और कोचस लाइन गुजरती है जो अंग्रेजों के शासनकाल में बनाई गई थी। उस समय खेती का दायरा सीमित था, जिससे पानी अंतिम छोर तक आसानी से पहुंच जाता था। अब कृषि क्षेत्रफल कई गुना बढ़ चुका है जबकि नहरों की चौड़ाई और जल वहन क्षमता पहले जैसी ही बनी हुई है। इस कारण खेतों के अंतिम हिस्सों तक पानी नहीं पहुंच पाता, जिससे किसान डीजल पंप और मोटर का सहारा लेने को मजबूर हैं। इससे खेती की लागत कई गुना बढ़ गई है। इसके अलावा, कई गांवों का कचरा सीधे नहरों में फेंका जा रहा...