सिद्धार्थ, जून 8 -- सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज को शुरू हुए साढ़े तीन साल का समय बीत गया है, लेकिन इसके सेंट्रल लैब में अब तक हिस्ट्रोपैथोलॉजी व साइटोपैथोलॉजी की सेवा शुरू नहीं हो सकी है। इन सेवाओं के शुरू न होने से कोशिकाओं की जांच की सुविधा बंद पड़ी है। कोशिकाओं की जांच होने से शरीर में होने वाली कैंसर जैसी घातक बीमारियों का पता लगाया जाता है, बावजूद मरीजों-तीमारदारों को कोशिकाओं की जांच के लिए गोरखपुर व लखनऊ का चक्कर लगाना पड़ रहा है। यह जेब पर बड़ा बोझ बना है। वहीं जांच कराने को लेकर कॉलेज प्रशासन भी लापरवाह बना है। दरअसल, नवंबर 2021 में संयुक्त जिला चिकित्सालय को उच्चीकृत करते हुए माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में तब्दील कर दिया गया। शासन की मंशा थी कि चिकित्सालय के उच्चीकृत हो जाने के बाद मरीजों-ती...