मुंगेर, दिसम्बर 23 -- मुंगेर। साहित्य प्रहरी की मासिक गोष्ठी मंगल बाजार में यदुनंदन झा द्विज की अध्यक्षता में आयोजित की गई। मुख्य अतिथि आईटीसी के उप प्रबंधक रेवा शंकर थे। संचालन शिवनंदन सलिल ने किया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में साहित्यकारों के लिए आर्थिक कोष, विषय पर चर्चा हुई। अलख निरंजन कुशवाहा ने कहा कि जो साहित्यकार आर्थिक दृष्टि से दुर्बल हैं, उनकी महत्वपूर्ण रचनाएं प्रकाशित नहीं हो पाती है। एक कोष होनी चाहिए , ताकि उनकी रचनाएं छप सके। एहतेशाम आलम ने इसका समर्थन किया। शिवनंदन सलिल ने कहा कि राजतंत्र में कवियों को आदर और आश्रय दोनों मिलता था किन्तु प्रजातंत्र में साहित्यकारों को न तो वो आदर मिल रहा है न आश्रय, इसलिए शासन से आशा नहीं करनी चाहिए। साहित्यकारों को खुद कोष कायम करना चाहिए। ज्योति कुमार सिन्हा ने कहा कि कोष का उपयोग पारदर्शी...