मधुबनी, सितम्बर 27 -- मधुबनी । गोआपोखर, जो सदियों से इस क्षेत्र के लोगों के लिए जल और जीवन का मूल स्रोत रहा है, आज अतिक्रमण और उपेक्षा के कारण खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है। सामाजिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा गोआपोखर अब अतिक्रमण के कारण अस्तित्व के संकट में है। यह तालाब न सिर्फ जलनिकासी बल्कि भूजल स्तर को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। इसके चारो तरफ बसे मोहल्ले भच्छी गोआपोखर, खंड गोआ पोखर, पश्चिमी, पूर्वी, दक्षिणी और उत्तरी गोआ पोखर का जनजीवन पूरी तरह इस पर निर्भर करता है। लेकिन आज यह पोखर अतिक्रमण और भराई की चपेट में आकर सिकुड़ता जा रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नगर निगम और अंचल कार्यालय की मिलीभगत से भूमाफिया पोखर पर लगातार कब्जा जमा रहे हैं। अब्दुल रहमान, शमीम अंसारी, मोहम्मद जुनेद, रशीद अंसारी, रुबी...