वाराणसी, दिसम्बर 18 -- वाराणसी, हिन्दुस्तान टीम। सड़कों पर बढ़ते ट्रैफिक दबाव के मद्देनजर सरकार जल परिवहन को प्रोत्साहित कर रही है। खास यह कि इसका केंद्र बनारस को बनाया है। इसके कारण यहां कई क्रूज पहले से चल रहे हैं और हाल ही में हाइड्रोजनचालित जलयान का संचालन भी शुरू हो गया है। नावें और बजड़े सदियों पहले से गंगा में हिचकोलें ले रहे हैं। वर्तमान में तो इनकी संख्या 12 सौ के आसपास है। ऐसे में सुरक्षित जलपरिवहन किसी चुनौती से कम नहीं है। हालांकि शासनस्तर पर इस पर भी निश्चित ही विचार किया गया। तभी तो प्रयागराज महाकुंभ 2025 की शुरुआत से पहले ही वाराणसी को गंगा में डिवाइडर और जाली के लिए धनराशि जारी की गई थी। इनमें सात करोड़ रुपये केवल डिवाइडर के लिए मिले थे। जिससे गंगा सुचारु ट्रैफिक संचालन हो सके। लेकिन अब तक डिवाइडर नहीं लग सका। इसका नतीजा य...