पटना, सितम्बर 16 -- चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (सीएनएलयू), पटना और यूनिसेफ बिहार के सहयोग से मंगलवार को कार्यशाला (राइटशॉप) आयोजित हुई। कार्यक्रम का मकसद ऑनलाइन अपराधों खासकर बच्चों से जुड़े मामलों से निपटने के लिए तीन जरूरी मसौदा (मानक संचालन प्रक्रिया) पर चर्चा करनी थी। ये तीन एसओपी वित्तीय धोखाधड़ी, डीपफेक और बाल यौन शोषण व दुरुपयोग सामग्री से जुड़े मामलों के लिए तैयार किए गए हैं। बच्चों को बनाना होगा जागरूक सीएनएलयू के प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि बच्चों के खिलाफ ऑनलाइन अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे मामलों की जांच करने वाले अधिकारियों के लिए स्पष्ट गाइडलाइन जरूरी है, जिससे वे बेहतर ढंग से कार्रवाई कर सकें। यूनिसेफ बिहार के चाइल्ड प्रोटेक्शन स्पेशलिस्ट ने कहा कि आने वाले वर्षों में बिहार में युवाओं की संख्या बढ़ेगी। अगर उन्हें सह...