नई दिल्ली, जून 13 -- बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर व न्यास गठन पर देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कहा है कि वह शुरू से ही मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग करते आ रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि सनातन बोर्ड बनाकर हिंदू मंदिर एवं तीर्थ स्थलों की व्यवस्था स्थानीय सनातनी भावनाओं के अनुरूप करनी चाहिए। वृंदावन में कंक्रीट का गलियारा न बने, बल्कि स्थानीय लोगों के सहयोग से तुलसी, लता-पता, वृक्षों से सजा मार्ग बने, जिसमें प्रवेश करते समय वास्तविक वृंदावन का आभास हो। गंगोत्री धाम में भागवत कथा कह रहे देवकीनंदन महाराज ने कहा है कि बांके बिहारी मंदिर की परमंपरागत सेवा-पूजा एवं व्यवस्था में बदलाव नहीं होना चाहिये। मुख्य मार्ग चौड़े होने चाहिये लेकिन वृंदावन का सही मायने में विकास तभी माना जा सकता है, जब निर्मल यमुना की जलधारा आने लगे। स्वच्छ यमुनाजल स...