रांची, जून 6 -- झारखंड के हजारीबाग जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने यहां के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक महिला जब यहां अपनी डिलीवरी कराने पहुंची तो उसे भर्ती करने से मना कर दिया गया। नर्सों ने उससे कहा कि उसके बच्चे की गर्भ में ही मौत हो चुकी है, जबकि बाद में उसी महिला ने एक निजी अस्पताल में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। पीड़ित महिला का नाम मनीषा देवी है, जिसके पति विनोद साव ने यह दावा किया है। मनीषा के पति का कहना है कि वह जिले के चलकुशा प्रखंड के रहने वाले हैं और बुधवार को अपनी पत्नी को साथ लेकर लगभग 120 किलोमीटर का सफर तय कर हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे थे, जहां नर्सों ने उन्हें बताया कि उनका हीमोग्लोबिन का स्तर कम है और गर्भ...