गाजीपुर, दिसम्बर 22 -- खानपुर। गोमती नदी के तट स्थित गौरी गांव की पौराणिक पर्णकुटी पर शनिवार को ब्रह्मलीन संत बाबा अमंगलहारी दास महाराज की तेरहवीं पुण्यतिथि श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर उनकी मूर्ति का श्रृंगार और पूजन कर श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महंत अरुण दास ने कहा कि समाज को समय-समय पर सुधारने के लिए संतों का आगमन होता है। वे धर्म और आध्यात्म के माध्यम से लोगों को सही मार्ग दिखाते हैं। अंधविश्वास और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं। संत भानुदास महाराज ने कहा कि संतों की शिक्षाएं सेवा, परोपकार और सत्कर्म की प्रेरणा देती हैं। कार्यक्रम में देशभर से आए संतों ने हवन, पूजा और भंडारे में सहभाग किया।

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