नई दिल्ली, सितम्बर 13 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। यमुना में पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार गाद निकालने (ड्रेजिंग) की योजना बना रही है। इसके लिए सरकार एनजीटी से अनुमति मांगने की तैयारी कर रही है। दरअसल, एनजीटी ने वर्ष 2015 में यमुना से बालू खनन पर रोक लगा रखा है। ऐसे में अगर सरकार को गाद भी निकालनी है तो उसके लिए एनजीटी की अनुमति अनिवार्य है। जानकारी के अनुसार, ड्रेजिंग सामान्य तौर पर जलाशयों के भीतर मौजूद गाद एवं कचरा निकालने के लिए की जाती है। इस प्रक्रिया के माध्यम से वर्षों से जमा गाद एवं कचरा बाहर निकाल लिया जाता है। ऐसा करने से जलाशय में जल संचयन की क्षमता बढ़ती है। हाल ही में यमुना का जलस्तर बढ़ने से पानी सड़कों तक आ गया था। यह समस्या इसलिए आई क्योंकि यमुना में पानी रखने की क्षमता गाद के चलते लगातार घटती जा रही है। सू...