सीतामढ़ी, सितम्बर 15 -- शिवहर। संतान की मंगल कामना और पुत्र के दीर्घायु होने के लिए माताओं ने रविवार को जीवित्पुत्रिका व्रत यानी जिउतिया व्रत पूरे श्रद्धा के साथ रखी। रविवार को अहले सुबह माताएं सरगही खाकर पूरे 24 घंटे का निर्जला व्रत शुरू की और सोमवार को सुबह व्रती महिलाएं पारण करेंगी। जीवित्पुत्रिका व्रत यानी जितिया व्रत का हिन्दू धर्म में खास महत्व माना जाता है। इस व्रत को महिलाएं अपनी संतान के दीर्घायु के लिए रखती हैं। यह व्रत बहुत ही कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि यह व्रत महिलाएं अपने संतानों की लंबी उम्र और उसकी रक्षा के लिए रखती हैं। व्रत के दौरान महिलाएं पूरे दिन और रात जल की एक बूंद भी ग्रहण नहीं करतीं पूर्ण रूप से निर्जला रखती है। इसका संबंध महाभारत काल से भी माना जाता है। इसके पहले शनिवार को महिलाओं ने घर पर ह...