बदायूं, अक्टूबर 10 -- नगर के प्राचीन रामलीला मैदान में जब राम वनवास का करुण प्रसंग मंचित हुआ, तो पूरा वातावरण भावविह्वल हो उठा। दर्शकों की आंखों में आंसू और होंठों पर जय श्रीराम का उद्घोष गूंजता रहा। इस भक्ति-भाव से ओतप्रोत मंचन में राजा दशरथ की भूमिका गिरीश मिश्रा, मां केकई की जितेश मिश्रा, श्रीराम की विनायक मिश्रा, लक्ष्मण की मनु पाठक और माता सीता की शुभ मिश्रा ने अत्यंत प्रभावशाली ढंग से निभाई। गुरु वशिष्ठ के रूप में रवेंद्र शास्त्री, मंथरा के रूप में ओमवीर मिश्रा तथा सुमंत के रूप में गोपी बल्लभ मिश्रा ने अपनी संवाद-अभिनय शैली से मंच को जीवंत कर दिया। दशरथ के विलाप और राम के वनगमन का दृश्य देखकर उपस्थित दर्शक देर तक स्तब्ध रहे। अंत में पूरा परिसर राम नाम सत्य है, जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा।

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