हरिद्वार, सितम्बर 27 -- हरिद्वार, संवाददाता। भीमगोड़ा रामलीला के मंच पर राम विलाप, राम-जटायु संवाद, राम और उनके अनादि भक्त हनुमान का महा मिलन, हनुमान का राम, लक्ष्मण को अपने कंधों पर बैठाकर पर्वत ले जाना, राम सुग्रीव मित्रता, सुग्रीव-बाली युद्ध, बाली वध, अंगद विलाप तक की लीला का का मंचन हुआ। लीला का शुभारंभ कर संस्था के महामंत्री और स्थानीय पार्षद सुमित चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि रामायण हमारे संस्कारों का मूलभूत आधार है। उन्होंने रामलीला के मंचन पर अपनी ओर से सभी कलाकारों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। रामलीला कमेटी ने सभी अतिथिगणों को माल्यार्पण कर, शाल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर पूर्व पार्षद लखन लाल चौहान, प्रमोद घिल्डियाल, विनोद घिल्डियाल, पवन कुमार, उमाकांत ध्यानी, प्रशांत शर्मा, योगिक वर्मा, हरिमोहन वर्मा ...