सहारनपुर, दिसम्बर 24 -- नगर के गंगोह रोड स्थित श्री राधा कृष्ण चाननदास पंजाबी धर्मशाला में चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिन कथा व्यास ने शिव पुराण में वर्णित श्रीराम के चरित्र और महिमा का भावपूर्ण वर्णन किया। बुधवार को कथावाचक पं अरुण कौशल व्यास ने बताया कि शिव पुराण में भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम, शिव के आराध्य और धर्म के साक्षात स्वरूप के रूप में स्वीकार किया गया है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव स्वयं श्रीराम के अनन्य भक्त हैं और राम नाम को मोक्ष का मार्ग बताया गया है। कथा में यह भी उल्लेख किया गया कि श्रीराम केवल विष्णु के अवतार ही नहीं, बल्कि शिव-भक्ति और आदर्श जीवन के प्रतीक हैं। प्रवचन के दौरान श्रीराम और भगवान शिव के आपसी संबंधों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं और सनातन धर्म की एकता का संदेश देते हैं...