सहरसा, सितम्बर 28 -- कहरा, एक संवाददाता। देवना स्थित वाणेश्वर नाथ स्थान परिसर स्थित वन देवी स्थान में आयोजित की जा रही अखण्ड दुर्गा सप्तशती पाठ से वातावरण और भक्तिमय हो रहा है । द्वापर युग में श्रीकृष्ण एवं वाणासुर के बीच हुए संग्राम में आदि शक्ति माँ वनदेवी यहां सदेह प्रकट हुई थी।फिर पत्थर के प्रतिमा में तब्दील हो गयी। देवना स्थित द्वापर युग की आध्यात्मिक स्थल मां वन देवी की ख्याति क्षेत्र में सिद्ध स्थल के रूप में है। यहां सालों भर पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। लेकिन आश्विन माह के नवरात्रा में काफी दुर - दुर- दुर से श्रद्धालू यहां आते है। नवरात्रि में तांत्रिक भी यहां आकर विशेष पूजा अर्चना कर अपने मंत्र की सिद्धि करते हैं। देवी पुराण में भी इस वनदेवी की चर्चा है।यह आदि शक्ति की द्वापर कालीन काले पत्थर की प्रतिमा ह...