बदायूं, सितम्बर 16 -- बिसौली। नगर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथावाचिका देवी ने भगवान श्रीकृष्ण की अद्भुत लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने बताया भगवान ने तालियवन के अत्याचारी दैत्य का दमन कर भक्तों को भयमुक्त किया तथा कंस द्वारा भेजे गए अन्य दैत्यों का भी संहार किया। देवी ने कहा कि इंद्र का अभिमान दूर करने के लिए भगवान ने गोवर्धन पूजा कराई। इस दौरान भक्तों ने 56 प्रकार के भोग लगाकर गिरिराज जी का पूजन किया और नृत्य कर गोवर्धन महाराज को मनाया। भगवान श्रीकृष्ण ने महारास रचकर ब्रजवासियों का मन मोहा। कंस के आदेश पर भेजे गए काशी, यमुनासुर जैसे असुरों का वध किया एवं अक्रूर के साथ गोकुल से मथुरा प्रस्थान कर मल्लयुद्ध में कुवलयापीड़ हाथी और मुष्टिक पहलवान का संहार किया। कंस वध के बाद देवी ने रुक्मिणी मंगल का भी विस्तृत, भावपूर...