शाहजहांपुर, दिसम्बर 28 -- मदिराखेल मोहल्ले में श्रीबालाजी मानस सेवा समिति के तत्वावधान में चल रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के चौथे दिन श्रद्धा और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। कथाव्यास आचार्य अंकुर शुक्ल ब्रजराजदास ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की मार्मिक कथा सुनाई। कथा के दौरान 'नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की' भजन पर श्रद्धालु देर तक झूमते और थिरकते रहे। जन्मोत्सव को लेकर कथा पंडाल को गुब्बारों और फूल-मालाओं से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। प्रवचन में कथाव्यास ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के माध्यम से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की महत्ता समझाई। उन्होंने कहा कि जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ा है, तब-तब प्रभु ने अवतार लेकर धर्म की स्थापना की है।कथा के दौरान वासुदेव, यशोदा और बाल श्रीकृष्ण की झांकी ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दि...