जौनपुर, दिसम्बर 22 -- खेतासराय, हिन्दुस्तान संवाद। श्री राम जानकी मंदिर ठाकुरद्वारा भारती विद्यापीठ में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार को श्रोताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मार्मिक वर्णन सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए। कथा व्यास पं. अखिलेश चन्द्र मिश्र ने पूतना उद्धार, शकट भंजन, नामकरण संस्कार, माखन चोरी और गोचारण लीला का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रभु यह संदेश देते हैं कि दृष्टि वहीं डालनी चाहिए जहां पात्रता हो। कुपात्र सामने आने पर नेत्र बंद कर लेना ही श्रेयस्कर है। गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा के माध्यम से उन्होंने बताया कि भगवान जिस पर कृपा करते हैं, सबसे पहले उसका अभिमान दूर करते हैं। कार्यक्रम के आयोजन में प्रबंधक अनिल कुमार उपाध्याय, प्राचार्य विनय कुमार सिंह, सुनीता मिश्रा और विभा पा...