देहरादून, दिसम्बर 26 -- उत्तर प्रदेश उत्तराखंड मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स की देहरादून इकाई ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रोटेस्ट डे मनाया। केंद्रीय कार्यकारणी सदस्य धनंजय पांडेय ने चारों श्रम संहिता को मजदूरों को गुलाम बनाने वाला कानून बताया। उन्होंने कहा कि फिक्स टर्म एम्प्लॉयमेंट से मजदूरों का सामाजिक जीवन अंधेरे में चला जाएगा और देश की जीडीपी पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने केंद्रीय श्रम के संगठन के आह्वान पर 12 फरवरी 2026 को प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया। इसके बाद 29 सूत्रीय मांगों को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा गया। सभा की अध्यक्षता करते हुए हेमंत कुकरेती और अन्य वक्ताओं ने चारों श्रम संहिता तत्काल वापस लेने, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए संवैधानिक कार्य नियमावली बनाने, फिक्स टर्म लागू न करने, ...