हाजीपुर, अगस्त 27 -- गोरौल,संवाद सूत्र मंगलवार को महिलाओं ने बड़े ही श्रद्धा और विश्वास के साथ हरतालिका तीज व्रत किया। इस पर्व का वर्णन लिंग पुराण में भी है। एक कथा के अनुसार भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए माता पार्वती ने हिमालय पर गंगा तट पर तपस्या की थी। इसी तिथि को भगवान शिव ने दर्शन देकर उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। उसी समय से यह पर्व एवं इस पवित्र तिथि की काफी मान्यता है। महिलाओं ने निर्जला रहकर भगवान शिव एवं माता गौरी की पूजा अर्चना की। यह व्रत महिलाएं अपने पति के दीर्घायु की कामना के लिए कीं। । कई जगहों पर कुमारी कन्याओं ने भी शिव की तरह पति प्राप्त करने की कामना से इस महान व्रत को किया। शास्त्रों में हरतालिका व्रत भी कहते हैं। विद्वान पंडित उदय शंकर मिश्र बताते हैं कि माता पार्वती ने शिव को पति रूप में प्र...