भागलपुर, अगस्त 27 -- भागलपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मंगलवार को श्रद्धा और आस्था के साथ चौरचंद पर्व मनाया गया। इस बार चौरचंद व तीज एक ही दिन मनाया गया। संध्या वेला में उदित चंद्रमा के दर्शन के साथ व्रतियों ने परंपरा अनुसार पूजा-अर्चना कर चांद को अर्घ्य अर्पित किया। वही व्रतियों ने दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद देर शाम में दही के छांछ को आगे रखकर चंद्रमा को देखा और उन्हें अर्घ्य अर्पित कर व्रत को तोड़ा। पर्व को लेकर सुबह से ही घरों में उल्लास का माहौल बना रहा। जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि यह पर्व भगवान गणेश और चंद्रमा की पौराणिक कथा से जुड़ा है। मान्यता है कि एक बार भगवान गणेश के गिरने पर चंद्रमा ने उनका उपहास किया था। इससे क्रोधित होकर भगवान गणेश ने उन्हें श्राप दिया कि...