समस्तीपुर, सितम्बर 3 -- रोसड़ा। राजस्व महाअभियान के तहत चल रही भूमि सुधार प्रक्रिया में रैयतों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। पंचायतों और राजस्व गांवों में दो दिवसीय विशेष शिविर लगाकर सुधार हेतु विहित प्रपत्र में आवेदन लिये जा रहे हैं, लेकिन प्रक्रिया आम लोगों के लिए जटिल साबित हो रही है। मिली जानकारी के मुताबिक रोसड़ा अंचल के करीब 62 हजार जमाबंदी रैयतों में से अब तक करीब 60 प्रतिशत रैयतों को ही जमाबंदी प्रपत्र मिल पाया है। अंचल प्रशासन की ओर से जमाबंदी पंजी वितरण के साथ साथ विशेष कैंप भी आयोजित किये जा रहे हैं, परंतु रैयतों को अपने नाम ढूंढने और जरूरी कागजात तैयार करने में पसीने छूट रहे हैं। रैयतों का कहना है कि पूर्वजों के नाम से चली आ रही जमाबंदी में सुधार के लिए उनसे वंशावली, बंटवारा और खतियान जैसे दस्तावेजों की मांग की जा रही है, जिन्...